कुछ बातें जो मैं लिख नहीं पाया 
सर्दी की ठिठरती  शामों की
बरखा में बरसती सोचों की 
गर्मी में चमकती आँखों की 
सुर्खी में भड़कते होंठो की
उम्रो में भटकते यादों की!!
 
 

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