Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps May 01, 2011 काँटों की चुभन देती है फूलों का मजा भी,मई दर्द के लम्हात में रोया भी हंसा भी !आने की याद न जाने की खबर है,वो दिल में रहा और उसे तोड़ गया भी!हर एक मंजिल का पता पूछ रहा है,गुमराह मेरे साथ हुआ भी राहनुमा भी!!! Get link Facebook X Pinterest Email Other Apps Comments
Comments
Post a Comment